आधी दुनिया को खत्म कर सकते है अंतरिक्ष से धरती की तरफ आ रहे ये 3 विनाशकारी उल्कापिंड

By: Ankur Fri, 24 July 2020 9:06:37

आधी दुनिया को खत्म कर सकते है अंतरिक्ष से धरती की तरफ आ रहे ये 3 विनाशकारी उल्कापिंड

अंतरिक्ष में धरती के बाहर भी कई रहस्य छिपे हुए हैं जिसका धरती पर भी गहरा प्रभाव पड़ता हैं। अंतरिक्ष से आई धरती के बाहर की चीजें धरती को तबाह भी कर सकती हैं। ऐसा ही माना जाता हैं जब 6.6 करोड़ साल पहले धरती पर तबाही आई थी और दुनिया के करीब 80 फीसदी जीवों को खत्म कर गई थी। ऐसे ही कुछ उल्कापिंड अब दिखाई दे रहे हैं जिसपर दुनियाभर के वैज्ञानिकों की नजर बनी हुई हैं। ये उल्कापिंड अगर धरती से टकरा गए तो एक बड़ी तबाही ला सकते हैं। इनमें से एक उल्कापिंड तो 24 जुलाई को यानी आज ही धरती के करीब से गुजरने वाला है। वैज्ञानिकों ने इसका नाम 'एस्टेरॉयड 2020 एनडी' रखा है।

weird news,weird incident,dangerous asteroids,attack on earth ,अनोखी खबर, अनोखा मामला, उल्कापिंड का हमला, धरती पर हमला

वैज्ञानिकों के मुताबिक, 'एस्टेरॉयड 2020 एनडी' 170 मीटर लंबा है और इसकी गति 13.5 किलोमीटर प्रति सेकंड यानी 48,000 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह धरती से करीब 50.86 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा। वैसे तो किसी उल्कापिंड की गति के हिसाब से अंतरिक्ष में इतनी दूरी को कुछ ज्यादा नहीं माना जाता, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे पृथ्वी को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा।

हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि अगर 'एस्टेरॉयड 2020 एनडी' उल्कापिंड पृथ्वी से टकरा गया तो यह आधी दुनिया को खत्म कर सकता है। खगोल विज्ञान में इस तरह के उल्कापिंडों को 'पोटेंशियली हैजड्रस' यानी संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह कहा जाता है।

weird news,weird incident,dangerous asteroids,attack on earth ,अनोखी खबर, अनोखा मामला, उल्कापिंड का हमला, धरती पर हमला

धरती के करीब आ रहे दूसरे उल्कापिंड का नाम वैज्ञानिकों ने 2016 DY 30 रखा है। यह धरती से करीब 34 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा। यह धरती के सबसे करीब से गुजरने वाला उल्कापिंड है। करीब 15 फीट चौड़े इस उल्कापिंड की रफ्तार 54 हजार किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके भी धरती से टकराने की आशंका लगभग ना के बराबर है, लेकिन अगर यह टकराता है तो इससे पृथ्वी पर भारी तबाही आ सकती है।

धरती के करीब से गुजरने वाले तीसरे उल्कापिंड को 2020 ME3 नाम से जाना जाता है। यह धरती से करीब 56 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा। इसकी रफ्तार 16 हजार किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके भी पृथ्वी से टकराने की आशंका कम ही है, लेकिन यह भी भारी तबाही लाने वाला उल्कापिंड है।

वैसे तो मंगल ग्रह और बृहस्पति ग्रह की कक्षा में बड़ी संख्या में उल्कापिंड पाए जाते हैं, लेकिन इनमें से बहुत कम ही पृथ्वी के करीब से गुजरते हैं। उनकी गति भले ही धरती के लिए विनाशकारी हों, लेकिन उनकी दूरी काफी ज्यादा रहती है। इसलिए उनके धरती से टकराने की आशंका कम ही रहती है।

ये भी पढ़े :

# आखिर क्यों निकाली जाती हैं यहां हर तीन साल में कब्र से लाशें, सच्चाई जान रह जाएंगे हैरान

# कोरोना से बचाव में इस उर्दू न्यूज़ पेपर की अनोखी पहल, जानकर चहरे पर आएगी मुस्कान

# बीते आठ सालों से इस गांव में नहीं जन्मा कोई भी बच्चा, आबादी कर देगी सोचने पर मजबूर

# रहस्यमयी शुक्र ग्रह पर एक साथ फटे 37 ज्वालामुखी, बने गड्ढे कहलाते हैं कोरोना

# किम जोंग का तानाशाही फैसला, मास्क नहीं लगाने पर मिलेगी यह कड़ी सजा

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
lifeberrys हिंदी पर देश-विदेश की ताजा Hindi News पढ़ते हुए अपने आप को रखिए अपडेट। Viral News in Hindi के लिए क्लिक करें अजब गजब सेक्‍शन

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com